Monday, November 29, 2010

पाब्लो नेरूदा की प्रेम कविता-1

मुझे बस पांच चीजें चाहिए
एक तो प्यार बेहद

दूसरे पतझर -
मैं रह नहीं सकता देखे बिना पत्तों को
मरते और गिरते वापस धरती पर

तीसरे जाड़े की गंभीरता -
मुझे प्रिय हैं जाड़े की बारिश और भयंकर ठण्ड में
आग का आगोश

और चौथी, ग्रीष्म
तरबूज -सा गोल -मटोल

और पांचवी, तुम्हारी आँखे
मेरी प्रिय ..................................