मुझे बस पांच चीजें चाहिए 
एक तो प्यार बेहद 
दूसरे पतझर -
मैं रह नहीं सकता देखे बिना पत्तों को 
मरते और गिरते वापस धरती पर 
तीसरे जाड़े की गंभीरता -
मुझे प्रिय हैं जाड़े की बारिश और भयंकर ठण्ड में 
आग का आगोश 
और चौथी, ग्रीष्म 
तरबूज -सा गोल -मटोल 
और पांचवी, तुम्हारी आँखे 
मेरी प्रिय ..................................
 
 
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